Wednesday, February 27, 2013

Physics Guess Questions For Matric (10th) Exam

~ ~ वन्दे बिभा ~ ~
भौतिकी

SET – I
1. समतल दर्पण में बनने वाले प्रतिबिंब की प्रकृति बताएँ?
2. विधुत आवेश का S.I मात्रक क्या हैं?
3. नाभिकीय उर्जा कैसे उत्पन्न होती हैं?
4. पवन से उर्जा उत्पादन के लिए पवन की न्यूनतम चाल कितनी होनी चाहिए?
5. नेत्र की समंजन झमता का क्या अर्थ हैं?  लिखें
6. चुंबकीय क्षेत्र रेखाओं के गुणों की सूची बनाएँ
7. ईंधन के धन के लिए तीन शर्तो को लिखें
8. दो चालकों को श्रेणीक्रम तथा पार्श्व क्रम में निम्नलिखित जोड़ें क्रमश: २० Ω तथा ५   
    Ω होते हैं, प्रत्येक चालक की गणना करें?
9. अवतल दर्पण और उत्तल दर्पण में बननें वाले सभी शर्तो और किरण आरेख को लेखें.

SET – II
1. अवतल दर्पण और उत्तल दर्पण में अंतर को लेखें
2. निकेट दृष्टि और दीर्घ दृष्टि क्या हैं? इनके निवारण के लिए किस प्रकार के लेंसों की  
    आवश्यकता होती हैं?
3. डेयनेमो क्या हैं? इसका उपयोग को लेखें
4. ग्रह क्यों नही टिमटिमाते हैं? इसकी व्याख्या करें
5. उर्जा के नवीकारणीय स्त्रोत किसे कहते हैं?
6. एमीटर और वॉल्टमीटर में अंतर स्पष्ट करें 
7. विधुत बल्ब में निष्क्रिय क्यों भरी जाती हैं
8. फ्यूज क्या हैं? यह किस प्रकार के धातु से बना होता हैं
SET – III
1. भूतापीय उर्जा और नाभिकीय उर्जा में अंतर लिखें
2. दर्पण का अवर्धन किसे कहते हैं?  समतल दर्पण दुवारा उत्पन्न आवर्धन +1 सेमी  हैं. 
    इसका क्या अर्थ हैं ?
3. वास्तविक तथा आभासी प्रतिबिंब में अंतर लिखें?
4. उत्तल लेंस के दो उपयोगों को बताएँ
5. अवतल लेंस के दो उपयोगों को बताएँ
6. लेंस की क्षमता किसे कहते हैं? इसका S.I  मात्रक क्या हैं?
7. एक किलोवाट कितने जुल के बराबर होता हैं?
8. अवतल लेंस दुवारा किसी वस्तु का कैसा प्रतिबिंब बनता हैं?
9. उत्तल लेंस दुवारा किसी वास्तु का आवर्धित और आभासी प्रतिबिंब कब बनता हैं?
10. किसी विधुत परिपथ में लघुपथन कब होता हैं?



SET – IV
1. किसी दर्पण से आप कितनी दूर पर खड़े होगें जिससे प्रतिबिंब हमेशा छोटी प्रतीत   
    होता हैं , यह किस प्रकार का दर्पण हैं ?
2. जैव मात्रा उर्जा स्त्रोत का एक उदाहरण दें
3. यदि अप्तन कोण ६० और अपवर्तन कों ४५ हैं तो अपवर्तनांक कितना हैं?
4. किसी चालक का प्रतिरोध किन कारकों पर निर्भर करता हैं?
5. किसी वस्तु को किसी अवतल दर्पण के सामने फोकस (F) और वक्रता केन्द्रा (C) के बीच 
   रखा जाता हैं. उसका प्रतिबिंब कहाँ बनेगा और कैसा  होगा? किरण - आरेख खींचें.
6. विधुत धारा उत्पन्न करने की युक्ति को क्या कहते हैं?
7. चुबकीय क्षेत्र - रेखाओं के गुणों की सूची बनाएँ
8. समान पदार्थ के दो तारों में यदि एक पतला और दूसरा मोटा हो तो इनमें से किससे    
    विधुत धारा आसानी से प्रवाहित होगी जबकि उन्हे समान विधुत -स्त्रोत से संयोजन   
    किया जाता हैं? कारण बताएँ
SET – V
1. प्रतिरोधकों के संयोजन का क्या अर्थ हैं ? यह कितने प्रकार से होता हैं ? श्रेणी क्रम
    में संयोजित प्रतिरोधकों के समतुल्य प्रतिरोध का व्यंजक प्राप्त करें
2. परिणालिका चुंबक की भाँति कैसे व्यवहार करती है?
3. एक निकट - दृष्टि वाला व्यक्ति १.५ म दूर तक की वस्तुओं को स्पष्ट रूप से देख  
   सकता हैं. इस दोष को दूर करने के लिए उसे किस क्षमता के लेंस की आवश्यकता होगी?
4. विधुत-धारा का चुबंकीय प्रभाव दिखाने के लिए एक प्रयोग का वर्णन करें
5. सेमी उँची कोई वस्तु १० सेमी फोकस- दूरी के किसी अभिसारी लेंस से २५ सेमी की  
   दूरी पर रखी जाती हैं . प्रतिबिंब की स्थिति , आकर और प्रकृति  ज्ञात करें
6. प्रकाश के अपवर्तन के नियमों को लिखें
7. सिद्ध करें, F= R/2  और 1/v + 1/u = 1/f
SET – VI
1. एक उत्तल दर्पण की फोकस-दूरी २० सेमी हैं.दर्पण की वक्रता त्रिज्या कितनी होगी?
2. उस अवतल लेंस की फोकस दूरी कितनी होगी जिसकी क्षमता -२द होगी?
3. ज़रा- दूरदृष्टा का दोष किस प्रकार के लेंस के व्यवहार से दूर किया जाता हैं?
4. प्रत्यावर्ती धारा प्राप्त करने के लिए किस प्रकार के उपकरण को उपयोग में लाया जाता हैं?
5. 1 ओम, 2 ओम तथा 4 ओम के तीन प्रतिरोधक श्रेणीक्रम में संयोजित हैं. इनका 6.  
    समतुल्य प्रतिरोधक कितना होगा?
6. उत्तल लेंस के सामने इसके प्रकाश-केंद्र और फोकस के बीच वस्तु को रखने पर बनें प्रतिबिंब  
    का किरण-आरेख खीचें
7. सोलर कुकर के किन्ही दो हानियों को लिखें
8. प्रकाश के अपवर्तन से क्या समझते हैं?
9. ओम का नियम लिखें और इसका प्रायोगिक सत्यापन करें.


SET – VII
1. अवतल लेंस दुवारा किसी वस्तु का हमेशा किस प्रकार का प्रतिबिंब बनता हैं?
2. एक गोलीय दर्पण की फोकस दूरी -15 सेमी हैं. यह उत्तल होगा या अवतल?
3. दूर-दृष्टि दोष किस प्रकार के लेंस से दूर किया जाता हैं?
4. प्रतिरोध का S.I मात्रक क्या हैं?
5. किसी टार्च के बल्ब पर 2.5 V, 0.5 A,   अंकित हैं बल्ब की शक्ति क्या होगी?
6. अवतल लेंस के सामने रखी किसी वस्तु के प्रतिबिंब निर्धारण के लिए किरण आरेख खीचें
7. चालक की प्रतिरोध किन-किन बातों पर निर्भर करती हैं?
8. समतल दर्पण, उत्ताल दर्पण और आवबताल दर्पण की पहचान आप बिना स्पर्श किए कैसे
    करेगें?
9. विधुत मोटर क्या हैं? एक स्वच्छ  नामांकित चित्र खींचकर इसकी बनावट और क्रिया का 
    वर्णन करें

Schools review

Bivha International School is a candidate school for the IB Diploma Programme (Grades 11 & 12) and the IB Middle Years (MYP, Grades 6 – 10). This school is pursuing authorization as an IB World School. These are schools that share a common philosophy-a commitment to high quality, challenging, international education that (this school) believes is important for our students.
We have now acquired candidate status from Cambridge International Examination (CIE) to offer the International General Certificate of Secondary Education (IGCSE, Grades 9 & 10) and deliver Cambridge qualifications and assessments.
Our fully international curricula and co-curricular educational programmes will offer preparation for students to enter the finest universities throughout the world.
It is only graduate school which have academics from playgroup to graduate level. Having more than 7 affiliation and more than 21 Institute tie-up. Presently more than 1500 subject domain are available in Bivha International School campus.
Recently in 2012 Bivha International school have started its higher academic for Bihar and Cbse board student in Hindi medium.
Bivha International School’s college which is named as – Bivha College of IT and Medical have been started in Simrahi-Raghopur in supaul saharsa District. Bivha International school have their study center in Budha Public School ,Saharsa and 23 location in supaul.
Bivha International school is only school of supaul which have permanent affiliated  with IB & IGCSE board.  Recently it has got affiliation with BIHAR INTERMEDIATE EXAMINATION COUNCIL & BIHAR BOARD (BSEB).
Presently school is located in – SIMRAHI BAZAR in supaul District.  Bivha International School has also its learning  center in Supaul town, saharsa, Birpur,  Nirmali , Raj Biraj and Raghopur.
Bivha International school college commonly known as BIS COLLEGE  starts functioning  from April 23 2012 in Simrahi-Raghopur supaul. As the part of social responsibility Bivha International school has tie-up with Government school to conduct free Computer education.
Details about centers and school can be obtained from -
http://bivha.in and http://bivhacollege.in

First school of supaul, saharsa and Madhepura which insure admission of poor student at free

Bivha International is affiliated school with IB and IGCSE. A only international school of Bihar & Jharkhand.
Bivha International school as command center iBn – Simrahi azar ,supaul.
It is first school of supaul, saharsa and Madhepura which insure admission of poor student at free of cost.
Free remedial classes (Coaching) are conducting for government school students.
It is first school of supaul, saharsa and Madhepura which insure admission of poor student at free of cost.
Free remedial classes (Coaching) are conducting for government school students.

Important Question in Chemistry for Matric Exam


1. निम्नाकित समीकरण को संतुलित करें
   Pb (NO3)2 PbO + NO2 + 02
2. उदासीन आंक्साइड के दो उदाहरण दें
3. इथेनल में सोडियम के टुकरे को डालने से क्या होता हैं?
4. हरे पौंधे उत्पादक क्यों कहलाते हैं?
5. वसा का पाचन शरीर के किस अंग में होता हैं?
6. यदि कोई महिला कॉपर टी का प्रयोग करती हैं, तो क्या यह उसकी यौन संचारित रोगों से
  
रक्षा कर पायेगा?
7. विधुत धारा का मात्रक क्या हैं?
8. अबिंदूकता दोष दूर करने के लिए किस प्रकार के लेंस का व्यवहार किया जाता हैं?
9. क्रांतिक कोण के लिए अपवर्तन कोण का मान कितना होगा?
10. ओज़ोन परत के क्षरण के लिए कौन से यौगिक सबसे ज़्यादा उत्तरदायी हैं?
11. एक कीटनाशक रसायन का नाम बताएँ जो पर्यावरण में लंबे समय  तक बने रहते हैं और 12. अजैव निम्नीकरणीय होते हैं?
13. निम्नकित यौगिकों में उपस्थित क्रियाशील मूलक को बताएँ
    CH3COCH2CH2CH2CH3
14. अमीबा के द्विखंडन प्रजनन को चित्र द्वारा दर्शाए
15. मधुमेह के कुछ रोगियों की चिकित्सा इंसुलिन का इंजेक्शन देकर क्यों की जाती हैं?
16. नाभिकीय उर्जा किसे कहते हैं?
17. बायों गैस के संघटन में कौन -कौन से गैस हैं?
18. किसी अवतल दर्पण के सामने उसके ध्रुव और फोकस के बीच वास्तु रखने पर उससे बने 19. प्रतिबिंब का केवल किरण आरेख खींचे
20. जिप्सम में उचित मात्रा में जल को मिलने से एक कठोर जमे हुए यौगिकों का निर्माण
    होता हैं. उस यौगिकों को पहचाने.
21. पौधों में प्रकाशानुवर्तन को चित्र बनाकर ऋणात्मक और धनात्मक प्रक्शनुबर्तन को दिखिए
22. यदि एक लक्षण के 10%  सदस्यों में पाया जाता हैं तथा लक्षण उसी समस्टि में 60 %
    जीवों में पाया जाता हैं, तो कौन सा लक्षण पहलें उत्पन्न हुआ होगा?
23. विधुत बल्ब में निष्क्रिय गैस भारी जाती हैं, क्यों?
24. प्रकाश का अपवर्तन क्या हैं? इसके नियमों को लिखें
25. जंतुओं में रसायनिक समन्वय कैसे होता हैं?
26. आयोडीन युक्त नमक के उपयोग की सलाह क्यों दी जाती हैं?
27. जब एड्रींलिन रुधिर में स्त्रवित होती हैं तो हमारे शरीर में क्या अनुक्रिया होती हैं?
28. ग्लूकोज के आक्सिकरण से भिन्न जीवों में उर्जा प्राप्त करने के विभिन्न पथ क्या हैं?
29. अत्यधिक व्यायाम के दौरान Players के मांसपेशियों में क्रैम्प होने लगते हैं, इसका
     कारण क्या हैं?


CBSE Science Practice Paper 2013 Set 1, given here.

1. Name the part of the eye a. That controls the amount of light entering into the eye.
b. That has real, inverted image of the object formed on it.
2. Draw the structure of pentanal (C4H9CHO)
3. Which of the following belong to the first tropical level? Grasshopper, Rose Plant, Neem plant, Cockroach, vulture.
4. How is depletion of ozone layer in the atmosphere responsible for causing skin cancer?
5. A person can read the number plate of a distant bus clearly but he finds difficulty in reading a book. What type of defect of vision he is suffering from? Name the type of lens he needs to correct this defect. Write the cause of that defect.
6. What is meant by Refractive index? If the speed of light in a medium is 2/3rd of the speed of light in vacuum, find the refractive index of that medium.
7. Explain, why sun appears white when it is over head at noon?
8. Why do we need to use coal and petroleum judiciously?
9. State modern periodic law. Why are isotopes of elements having different atomic masses placed at the same position in the periodic table?
- See more at: http://www.bivha.in
To get more practice set Free , Ask or, Call : Bivha International School Helpline – +91 8986 054337
Bivha International School ,, Only school in supaul having permanent affiliation with various board (such as : CBSE,Bihar Board, ICSE,I.sc).

माँ! याद तो आता नहीं

माँ! याद तो आता नहीं तुम्हारा गोदी में वो मुझे झुलाना दूध का अमृतरस चखाना झुनझुने से मेरा दिल बहलाना लोरी का वो गुनगुनाना माथे को प्यार से चूमना गुदगुदी से हँस हँस हँसाना उँगली पकड़ चलना सिखाना पर याद है, माँ मुझे हाथ में उँगली थामें लिखवाना खून पसीने से मेरे जीवन को सींचना मुश्किलों में हौसले का बँधाना प्यार में आँसुओं का छलकना गम में रोऊँ तो सहलाना आने चाहे तुफ़ानों को रोक लेना अंधेरे में रोशनी का दिखलाना पास ना रहूँ, तो याद में रोना और फिर वो पल जब- माँ बेटी का रिश्ता बना दोस्ताना माँ के इस प्यार की बेल का चढ़ते ही जाना इंद्रधनुषी रंग में जीवन को रंग देना तुम्हारी हँसी में दुनिया पा जाना जीवन की है यह ज्योति जलती रहे निरंतर आशीश रहे सदा माँ का असीम है माँ का प्यार! From - Article by Dr. Pamal

List of School in Supaul

There are a number of excellent school in supaul. But only few of them are affiliated. As many school are functioning without having quality education. Name of few schools are : Bivha International School (Affiliated with IB & IGCSE) Jawahar Navodaya School (Affiliated with CBSE ) R.S. M Public School (Affiliated with CBSE) Bivha College of Medical Science ( SMU & DU) Bivha Open School (Affiliated with Bihar Board) Gayatri Pubic School William High School

Vocational and Training Colleges in Bihar

Indian Institute Of Technology Patna Courses Offered B. Tech. (Computer Science and Engineering) B. Tech. (Electrical Engineering) B. Tech. (Mechanical Engineering) Rajendra Agricultural University Courses Offered Bachelor of Science(Agriculture) Bachelor of Veterinary Science and Animal Husbandry Bachelor of Technology (Dairy Technology) Bivha Career Development Center Course Offered Call Center Training English Spoken

The Business School University of Jammu, Jammu have invited applications for their centralized MBA Admissions Academic Session 2013- 14 .

The Business School University of Jammu, Jammu have invited applications for their centralized MBA Admissions Academic Session 2013- 14 . Last Date of Submission: 28 February 2013 Eligibility The candidates must possess a bachelor’s degree with a fifty percent or equivalent CGPA (40% in case of candidates belonging to scheduled castes/ Scheduled Tribes as per the University , in any discipline from a recognized Indian University or any other equivalent examination with 50% marks. The candidates who have appeared or are appearing in the final year Bachelor’s Degree Examination in 2012 or as the case may be, can also apply provisionally. Selection Criteria Valid MAT Score Group Discussion and Personal Interview Academic Weight age How to Apply The application forms are available in the Business School on all working days between 10 am to 5 pm.

नर्सिंग

परिचय नर्सिंग (परिचर्या) के बारे में तो कुछ कहने की ही ज़रुरत नहीं है. हम सभी जानते हैं कि यह कितना श्रेष्ठ व पवित्र कार्य है. हालांकि यह युगों-युगों से चलता आ रहा है परन्तु इसे नर्सिंग प्रोफेशन के रूप में ख्याति महान अंग्रेज़ नर्स फ्लोरेंस नाइटिंगेल के कार्यों से मिली. इन्हीं दया की देवी को आधुनिक नर्सिंग प्रोफेशन का जनक माना जाता है. सभी प्रकार के शारीरिक एवं मानसिक रोगियों की देखभाल करने को ही नर्सिंग (परिचर्या) कहते हैं. नर्स को मरीजों की लगातार देखभाल करनी होती है तथा डॉक्टर द्वारा दी गयी दवाओं को बताये गए समयानुसार देती हैं. ये मेडिकल डॉक्टरों व विशेषज्ञों की ऑपरेशन थियेटर तथा प्रयोगशाला में उपकरण इत्यादि संयोजित करने में सहायता भी करती हैं. परिचारिकायें उन रोगियों की भी सहायता करती हैं जो किसी कारणवश सामान्य ज़िंदगी नहीं जी सकते हैं तथा ये रोगियों को किसी लम्बी बीमारी की स्थिति में उनके पुनः सामान्य जीवन की तरफ लौटने में मदद करती हैं. इन सामान्य कार्यों के अलावा परिचारिकाएं निम्न क्षेत्रों में विशेषज्ञता भी हासिल कर सकती हैं: प्रसव, ह्रदय रोगों में देखभाल, इंटेंसिव केयर, विकलांग तथा बच्चों की देखभाल इत्यादि. नर्स केवल बीमार लोगों की देखभाल करने के बारे में ही नहीं है. नर्सों के लिए अन्य उपलब्ध अवसर भी हैं: शिक्षण, प्रशासन अनुसंधान से जुड़े जॉब. इस क्षेत्र का सबसे रोचक तथ्य है कि इसमें ज़्यादातर महिलाएं ही होती हैं हालांकि अब पुरुषों ने भी इस प्रोफेशन में रूचि दिखाना शुरू कर दिया है. चरणबद्ध प्रक्रिया नर्स (परिचर्या) बनने के इच्छुक लोग विभिन्न स्तरों से इस की शुरूआत कर सकते हैं. आप सहायक नर्स मिडवाइफ/हेल्थ वर्कर (एएनएम) कोर्स से शुरू कर सकते हैं. इस डिप्लोमा कोर्स की अवधि डेढ़ वर्ष है तथा न्यूनतम योग्यता है- दसवीं पास. इसके अलावा आप जनरल नर्स मिडवाइफरी (जीएनएम) कोर्स भी कर सकते हैं जो की साढ़े तीन वर्षो का होता है तथा इसके लिए न्यूनतम योग्यता है - 40 प्रतिशत अंकों के साथ भौतिक, रासायनिक एवं जीव विज्ञान में बारहवीं उत्तीर्ण. एएनएम व जीएनएम के अलावा देश भर में फैले हुए विभिन्न नर्सिंग स्कूलों व कॉलेजों से नर्सिंग में स्नातक भी किया जा सकता है. इसके लिए न्यूनतम योग्यता है- 45 प्रतिशत अंकों के साथ अंग्रेज़ी, भौतिक, रासायनिक एवं जीव विज्ञान में बारहवीं उत्तीर्ण तथा आयु कम से कम 17 वर्ष. बीएससी नर्सिंग (बेसिक के पश्चात) पाठ्यक्रम के लिए आप दो वर्ष के रेगुलर कोर्स या त्रिवर्षीय दूरस्थ शिक्षा वाले पाठ्यक्रम में से किसी एक को चुन सकते हैं. रेगुलर कोर्स के लिए जहां न्यूनतम योग्यता है- 10+2+जीएनएम, वहीं दूरस्थ शिक्षा से यह कोर्स करने के लिए न्यूनतम योग्यता है- 10+2+जीएनएम+ दो वर्ष का अनुभव. यह पोस्ट बेसिक बीएससी नर्सिंग कोर्स ही आधुनिक माना जाता है. भारतीय रक्षा सेवाओं द्वारा संचालित बीएससी (नर्सिंग) कोर्स के लिए 17 से 24 वर्ष की महिलाओं का चयन किया जाता है. यहाँ भी न्यूनतम योग्यता भौतिक, रसायन, जीव विज्ञान तथा अंग्रेज़ी विषयों में 45 प्रतिशत अंकों के साथ 12वीं है. प्रार्थी को एक लिखित परीक्षा भी पास करनी होती है. उसे शारीरिक रूप से भी फिट रहना चाहिए. चयनित लोगों को रक्षा सेवाओं के लिए पांच वर्ष का अनुबंध करना होता है. किसी भी आयुर्विज्ञान संस्थान में नौकरी प्राप्त करने के लिए जीएनएम अथवा बीएससी ही पर्याप्त होता है. प्रत्येक राज्य में नर्सों को रजिस्टर करने वाली अलग-अलग संगठन होते हैं. शिक्षा प्राप्त करने के पश्चात आप अपने राज्य की नर्सिंग काउंसिल में अपना पंजीकरण करा सकते है. पंजीयन आपको जॉब प्राप्त करने में सहायता करता है. नर्सिंग के बेसिक कोर्स के अलावा आप पोस्ट-बेसिक स्पेशियलिटी (एक-वर्षीय डिप्लोमा) कोर्स करके निम्न क्षेत्रों में विशेषज्ञता भी हासिल कर सकते हैं: १. कार्डिएक थोरेकिक नर्सिंग २. क्रिटिकल-केयर नर्सिंग ३. इमरजेंसी एवं डिजास्टर नर्सिंग ४. नए-जन्मे बच्चे की परिचर्या (नियो-नेटल नर्सिंग) ५. मस्तिष्क-संबंधी रोगों में परिचर्या (न्यूरो नर्सिंग) ६. नर्सिंग शिक्षा एवं प्रशासन ७. कर्क-रोग संबंधी नर्सिंग (ऑनकोलोजी नर्सिंग) ८. ऑपरेशन-रूम नर्सिंग ९. विकलांग चिकित्सा नर्सिंग १०. मिड वाइफरी प्रैक्टिशनर ११. मनोरोग परिचर्या (साइकैट्रिक नर्सिंग) जो छात्र उच्चतम शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं वह एमएससी, एमफिल तथा पीएचडी भी कर सकते हैं. पदार्पण यदि आप नर्सिंग को ही अपना प्रोफेशन बनाना चाहते हैं तो १०वीं के उपरान्त ही एएनएम कोर्स के लिए आवेदन करना बेहतर रहेगा अन्यथा आप स्कूलिंग करने के उपरान्त जीएनएम या बीएससी कोर्स कर सकते हैं. क्या यह मेरे लिए सही करियर है? मानवता की सेवा के लिए नर्सिंग की जॉब बहुत ही उद्देश्यपूर्ण है. यदि आप लगनशील हैं, आपमें दृढ़ इच्छाशक्ति है तथा रोगियों और दुखियों की सेवा करने का जूनून है और तनावपूर्ण परिस्थितियों में लम्बे समय तक काम करने की क्षमता है तो यह आपके लिए सही करियर है. नयी तकनीकों को आत्मसात करने तथा विभिन्न परिस्थितियों को संभालने की क्षमता रखना इस व्यवसाय की दो प्रमुख मांगें हैं. खर्चा कितना आएगा? नर्सिंग की पढ़ाई का खर्च संस्थान पर निर्भर करता है. सरकारी व सरकारी सहायता प्राप्त कॉलेज, निजी संस्थानों की अपेक्षा कम दर पर शिक्षा मुहैय्या कराते हैं. निजी संस्थान बीएससी नर्सिंग कोर्स के लिए 40,000 से 1,80,000 तक वार्षिक फीस वसूलते हैं. जीएनएम कोर्स के लिए यहाँ फीस होती है- 45,000 से 1,40,000 के बीच. छात्रवृत्ति कई संस्थान योग्य छात्रों को मेरिट के आधार पर छात्रवृत्ति प्रदान करते हैं. छात्रवृत्ति एवं उसकी अवधि भिन्न संस्थानों में भिन्न होती हैं. रोज़गार के अवसर नर्स कभी भी बेरोजगार नहीं रहतीं हैं. इन्हें आसानी से सरकारी अथवा निजी अस्पतालों, नर्सिंग होम, अनाथाश्रम, वृद्धाश्रम, आरोग्य निवास, विभिन्न अन्य उद्योगों एवं रक्षा सेवाओं में नौकरी मिल जाती है. इनके लिए इन्डियन रेड-क्रॉस सोसाइटी, इन्डियन नर्सिंग काउंसिल, स्टेट नर्सिंग काउन्सिल्स तथा अन्य नर्सिंग संस्थानों में भी कई अवसर हैं. यहाँ तक कि एएनएम कोर्स के बाद ही इन्हें सारे देश में फैले हुए प्राथमिक चिकित्सा केन्द्रों पर प्राथमिक स्वास्थय सेवक के रूप में नौकरी मिल जाती है. नर्सें मेडिकल कॉलेज व नर्सिंग स्कूलों में शिक्षण कार्य के अलावा प्रशासनिक कार्य भी कर सकती हैं. उद्यमी लोग अपना खुद का नर्सिंग ब्यूरो शुरू कर सकते हैं तथा अपनी शर्तों पर काम कर सकते हैं. देश में ही उपलब्ध अपार अवसरों के अलावा नर्सें बेहतर अवसरों की तलाश में विदेश भी जा सकती हैं जिसके लिए उन्हें अंतर्राष्ट्रीय नर्सिंग प्रमाणपत्र प्राप्त करना होता है तथा सम्बंधित देश में प्रवास की कुछ शर्तों का पालन करना होता है. वेतनमान इस क्षेत्र में शुरूआती तौर पर आपको 7 से 17 हज़ार रूपये तक मासिक वेतन मिल सकता है. मिड-लेवल पदों पर नर्सें 18 से 37 हज़ार रूपये प्राप्त कर लेती हैं. अधिक अनुभवी नर्सों को 48 से 72 हज़ार रूपये तक भी मासिक वेतन के रूप में मिल सकते हैं. यूएस, कनाडा, इंग्लैण्ड व मध्य-पूर्व के देशों में रोज़गार पाने वाली नर्सों को इससे भी अधिक वेतन मिलता है. मांग एवं आपूर्ति तेज़ी से बढ़ती जनसंख्यां के साथ बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं की बढ़ती मांग के कारण देश में नर्सों की कभी न समाप्त होने वाली मांग बन चुकी है. हालांकि इस बढ़ती मांग की तुलना में आपूर्ति बहुत कम है. एक हालिया अध्ययन के अनुसार, सारे देश में नर्सिंग काउंसिल में पंजीकृत नर्सों की संख्या 10.3 लाख है परन्तु वास्तव में इनमें से केवल 4 लाख नर्स ही कार्यरत हैं. इनमें से ज़्यादातर नर्स या तो सेवानिवृत्त हो चुकी हैं या शादी कर चुकी हैं. इनमें से कुछ नर्सें विदेश चली गयी हैं. इसलिए इस क्षेत्र में मांग एवं आपूर्ति में बहुत बड़ा अंतर है. मार्केट वॉच स्वास्थ्य के प्रति बढ़ती जागरूकता की वजह से इस क्षेत्र में रोज़गार के अवसर पहले से कहीं ज्यादा हैं. आज ज्यादा से ज्यादा अस्पताल एवं नर्सिंग होम स्थापित हो रहे हैं. सरकार भी अपनी तरफ से नर्सिंग सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए प्रयासरत है. सरकार ने अभी हाल ही में 130 एएनएम तथा इतने ही जीएनएम स्कूल स्थापित करने की योजना बनायी है. इसके अलावा राज्यों की नर्सिंग काउंसिल व नर्सिंग सेल को मजबूत बनाने की भी योजना है. इन योजनाओं में देश भर में नए नर्सिंग कॉलेज स्थापित करना भी शामिल है. सरकार ने तो अस्पतालों को बिना स्नातक कोर्स संचालित किये एमएससी कोर्स चलाने की भी अनुमति दे दी है. नर्सिंग कॉलेजों में दाखिले की न्यूनतम योग्यताओं में भी ढील दी गयी है जिससे कि अब विवाहित महिलाएं भी इसमें प्रवेश पा सकें. अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शन विदेशों में उच्च शिक्षित नर्सों की बहुत मांग है. भारत कई देशों में नर्सों की आपूर्ति करने वाला सबसे बड़ा देश बन चुका है. अच्छे पैसे व बेहतर रहन-सहन की चाहत में अनुभवी भारतीय नर्सें विदेशों का रुख करने लगी हैं. देश में नर्सों की संख्या में कमी की एक बड़ी वजह यह भी है सकारात्मक/नकारात्मक पहलू सकारात्मक 1. यह एक सुरक्षित प्रोफेशन है. 2. इस क्षेत्र में अवसरों की कमी नहीं है चाहे वह देश में हों या विदेश में. 3. आप रोगियों को ठीक होते हुए देखकर संतुष्ट हो सकतीं हैं. नकारात्मक 4. साधारणतः नर्सें शिफ्ट में काम करती हैं और रात की ड्यूटी एक बहुत साधारण बात है. 5. तनावपूर्ण परिस्थितियाँ मन तथा स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डालती हैं. 6. दया की इन देवियों द्वारा किये गए कार्य अक्सर गुमनामी के अंधेरों में खो जाते हैं. 7. विवाहित और पारिवारिक जीवन के बाद ये कार्य बहुत मुश्किल हो जाता है. भूमिका एवं पदनाम नर्स का पहला काम है- ज़रूरतमंद लोगों को चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराना तथा उनकी देखभाल करना. फिर भी उनके कामों को निम्न भागों में विभक्त किया जा सकता है: जनरल नर्स: इस श्रेणी की नर्सें अस्पताल, नर्सिंग होम व अन्य मिकल संस्थानों में कार्य करती हैं. इनका कार्य मरीजों की देखभाल करना, डॉक्टर की सहायता करना एवं प्रशासनिक कार्यों का निष्पादन करना होता है. मिड-वाइफ: ये नर्सें गर्भवती महिलाओं की देखभाल तथा प्रसव के दौरान डॉक्टरों की सहायता करती हैं. स्वास्थ्य-सेविका: ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाना इनका कार्य होता है. इनके अलावा विशेषज्ञता जैसे विकलांग चिकित्सा नर्सिंग, कर्क-रोग संबंधी नर्सिंग (ऑनकोलोजी नर्सिंग), कार्डिओ थोरेकिक नर्सिंग, मनोरोग परिचर्या (साइकैट्रिक नर्सिंग) और क्रिटिकल-केयर नर्सिंग इत्यादि के आधार पर भी इन्हें वर्गीकृत किया जा सकता है. अग्रणी कम्पनियों की सूची 1. इन्डियन रेड-क्रॉस सोसाइटी 2. इन्डियन नर्सिंग काउंसिल, विभिन्न राज्य-स्तरीय नर्सिंग काउंसिल 3. विभिन्न नर्सिंग स्कूल एवं संगठन 4. सभी प्रकार के अस्पताल एवं नर्सिंग होम्स 5. रक्षा सेवा 6. शिक्षण संस्था तथा उद्योग 7. अनाथाश्रम तथा वृद्धाश्रम जैसे विशेष संसथान रोज़गार प्राप्त करने के लिए सुझाव 1. किसी प्रतिष्ठित संस्थान से डिग्री या डिप्लोमा अवश्य करें. 2. किसी क्षेत्र में विशेषज्ञता हासिल करना आपके लिए लाभकारी सिद्ध होगा. 3. रोज़गार प्राप्त करने की सबसे महत्वपूर्ण शर्त है की स्वयं को किसी भी राज्य की नर्सिंग काउंसिल में पंजीकृत कराना. 4. चूंकि नर्सों को हमेशा रोगियों तथा अन्य मेडिकल स्टाफ से बात करनी होती है अतः उनकी संवाद क्षमता उच्च स्तर की होनी चाहिए. - See more at: www.bivha.in